रेल कॉरिडोर ने खड़ी की समस्या, ग्रामीणों ने चक्काजाम कर जताया विरोध
प्रशासन पर लगा उदासीनता बरतने का आरोप
कोरबा 20 सितंबर। ईस्ट वेस्ट रेल कॉरिडोर का काम जारी है लेकिन इसकी वजह से कई प्रकार की समस्याएं संबंधित क्षेत्र में उत्पन्न हो गई हैं। कोरबा जिले के पौड़ी उपरोड़ा सब डिवीजन की कई पंचायत के सरपंच सहित ग्रामीणों ने मिलकर इस मुद्दे को लेकर चक्काजाम कर दिया। इसके चलते कटघोरा पेंड्रा रोड मार्ग पर यात्री गाडियों का परिवहन बाधित हो गया। लोग परेशान हुए।
साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे जोन के अंतर्गत रेल कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है। इस काम पर कई करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। पिछले कुछ वर्षों से कॉरिडोर निर्माण के लिए कामकाज जारी है। लेकिन दीपिका से लेकर कई क्षेत्रों में कॉरिडोर की वजह से पैदा हुई परेशानी को लेकर लोग आंदोलन कर रहे है। इसी कड़ी में आज कोरबा जिले के ग्राम बिंझरा में ग्रामीणों ने एक राजनीतिक दल की अगवाई में मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। सैकड़ो की संख्या में लोग इसमें शामिल हुए। बिंझरा, सिंघिया, कोटेश्वरनगोई, पचरा सहित आसपास की कई पंचायत के सरपंच और वहां के प्रभावित ग्रामीण इस प्रदर्शन में शामिल हुए। कुल पांच मांगों को लेकर लोगों ने यह प्रदर्शन किया और इसके माध्यम से रेल प्रबंधन के साथ-साथ राज्य सरकार की आंख खोलने का काम किया। लोगों का आरोप है कि इस इलाके में सैकड़ों लोगों की जमीन रेल कॉरिडोर की चपेट में आई है। यह जमीन उनके निजी प्रयोजन की है और अधिग्रहण होने से समस्याएं खड़ी हुई है। काफी समय बीतने के बाद भी इसका मुआवजा नहीं मिल सका है। बार-बार ध्यान दिलाने के बावजूद उनकी बात अनसुनी की जा रही है। ग्रामीणों ने इस बारे में पहले प्रशासन को अल्टीमेटम दिया। एसडीएम की उपस्थिति में बैठक हुई लेकिन इसके कोई नतीजे नहीं आ सके। नाराज ग्रामीणों ने इसी बात को लेकर शुक्रवार को सुबह 11 बजे मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। इसके कारण कोरबा और अन्य क्षेत्रों से होकर पेंड्रा रोड को जाने वाले यात्री व अन्य व्यावसायिक वाहन फंस गए। काफी देर तक लोगों को यहां पर परेशान होना पड़ा।
प्रदर्शन करने वाले लोगों का आरोप है कि रेल कॉरिडोर का निर्माण करने के दौरान कई प्रकार से इस इलाके में सरकारी संपदा को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है। दो-तीन जगह पर रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक को तोड़ दिया गया है और उसे अब तक ठीक नहीं किया गया। बिंझरा से त्रिकुटी तक इस प्रकार की समस्या ज्यादा है। एक स्थान पर रेल अंडर ब्रिज बनाया गया है उसे भी ठीक करने की जरूरत है। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ इलाकों में समस्याएं बहुत ज्यादा हैं जो बुनियादी सेक्टर से जुड़ी हुई है, इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है। ग्रामीणों ने प्रशासन पर उदासीनता बरतने का आरोप भी लगाया है।